भागलपुर : अहले सुबह हुई बारिश के बाद गुरुवार को स्मार्ट सिटी भागलपुर के हर इलाके में नारकीय स्थिति बनी रही. कई सड़कों पर जलजमाव, तो कई सड़कों पर कीचड़ का साम्राज्य दिखा. सड़कों खास तौर से बाजार के इलाके की सड़कों पर जल जमाव के कारण आवागमन में लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा. यहां बता दें कि स्मार्ट सिटी कंपनी का दावा है कि भागलपुर स्मार्ट सिटी की सड़कें चार माह पहले ही स्मार्ट हो चुकी है. स्मार्ट सिटी कंपनी ने शहर की सड़कों को स्मार्ट बनाने के लिए 299 करोड़ खर्च किया है. जबकि, यह काम 183 करोड़ रुपये का था.
स्मार्ट सिटी कंपनी का दावा है कि चार माह पहले ही भागलपुर स्मार्ट सिटी की सड़कें स्मार्ट हो गयी हैं. स्मार्ट सिटी कंपनी ने शहर की सड़कों को स्मार्ट बनाने के लिए 299 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. लेकिन एक दिन की बारिश ने स्मार्ट सिटी के दावों की पोल खोल दी है.
स्मार्ट सिटी कंपनी का कहना है कि एस्टिमेट को रिवाइज्ड किया गया था. तभी यह प्रोजेक्ट पूरा हो सका है. स्मार्ट कंसेप्ट के तहत सिटी में लगभग 30 किमी सड़क को स्मार्ट करना था. इसमें विभिन्न 34 सड़कों को शामिल कर कार्य एजेंसी के माध्यम से नवंबर 2021 में निर्माण कार्य शुरू किया था. अभी बता रहा है कि यह काम बीते साल नवंबर में ही पूरा हो गया है. सड़कें स्मार्ट हो चुकी है. अब इसका अगले तीन साल तक मेंटेनेंस होना है. जबकि, उनके ही बनाए गए प्रोजेक्ट पर सभी काम नहीं हो सका है.
शहरवासियों को न तो चलने के लिए बेहतर फुटपाथ मिल सका है और महानगर के तर्ज पर कोई एक भी चौराहा डेवलप नहीं हुआ है. हालांकि, तिलकामांझी चौराहे को डेवलप करने की कोशिश की है मगर, सिर्फ गोलंबर पर लाइटिंग और स्मार्ट सिटी लिखा बोर्ड लगाकर लोगों को आकर्षित करने का काम किया है. प्रोजेक्ट में शामिल सड़कों से बिजली पोल व तार तक पूरी तरह से शिफ्ट नहीं कराया जा सका है.