महाराजगंज : जनपद से सटे भारत- नेपाल की सोनौली सीमा पर बड़ा मामला सामने आया है. यहां तैनात पुलिस को सूचना थी कि नेपाल से आ रही एक गाड़ी में ड्रग्स हैं. इस सूचना पर रोकी गई स्कार्पियो गाड़ी की पूरी जांच की गई, लेकिन पुलिस को कुछ भी बरामद नहीं हुआ. हालांकि खबर पक्की थी तो फिर सशस्त्र सीमा बल के स्पेशल डॉग्स लूडो और मोंक को बुलाया गया. इन दोनों ने झट से इशारा कर दिया कि पिछली सीट में कुछ छिपाया गया है. इसके बाद पुलिस ने 71 किलो चरस बरामद कर ली.
पुलिस ने बताया कि इससे 5 घंटा पहले जांच के दौरान पुलिस और एसएसबी की संयुक्त टीम ने एक नेपाली नागरिक को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 10 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ चरस बरामद किया था. इसके बाद सक्रिय पुलिस ने दिन भर में पुलिस ने कुल तीन बार चरस बरामद किया. इसमें पहली खेप दस किलो, दूसरी खेप कुत्तों की संजीदगी के बाद 71 किलो और तीसरी बरामदगी 38 किलो की हुई.
पुलिस के मुताबिक बरामद कुल चरस की अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य करीब 75 से 85 करोड़ रुपए बताई जा रही है. सोनौली कोतवाली क्षेत्र के भारत नेपाल सीमा पर सुबह पुलिस और सशस्त्र सीमा बल के द्वारा जांच पड़ताल और चेकिंग की जा रही थी. इसी दौरान एक नेपाली नागरिक को आते देखा गया. उसकी गतिविधि संदिग्ध होने पर पुलिस ने नेपाली नागरिक के झोले की तलाशी ली और उसके पास से करीब 10 किलो अवैध मादक पदार्थ चरस बरामद किया गया.
दूसरी बरामदगी स्कार्पियो से कुत्तों की संजीदगी के बाद 71 किलोग्राम चरस बरामद की गई. जबकि तीसरे जगह बरामदगी में 38 किलो ग्राम चरस बरामद हुई है. कुल मिलाकर 119 किलोग्राम चरस बरामद हुआ जिसका अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 75 से 85 करोड़ रुपए बताई जा रही है. चरस बरामदगी की सूचना के बाद लखनऊ एनसीबी की एक यूनिट भी यह पहुंची और जांच पड़ताल किया. अधिकारियों ने कहा कि मुखबिर की सूचना पर ड्रग्स की बड़ी खेप पकड़ाई है. इस रैकेट का इंटरनेशनल कनेक्शन सामने आ रहा है. यह रैकेट देश भर में कई जगहों पर ड्रग्स की सप्लाई करता होगा और अब पूछताछ में कई खुलासे होंगे.