दिल्ली : इजरायल एंबेसी के पास दिल्ली पुलिस को एक धमकी भरा पत्र मिला है. इसके अलावा CCTV फुटेज में दो संदिग्ध लोग नजर आ रहा हैं. इनके रूट के बारे में पुलिस जांच कर रही है.
दिल्ली पुलिस समेत देश की सुरक्षा एजेंसियों में मंगलवार की शाम को उस समय हड़कंप मच गया जब इजरायली एबेंसी के पास धमाके की सूचना मिली थी. अब पता चला है कि पुलिस को देर शाम तक जांच में धमाके के कोई निशान नहीं मिले थे. हालांकि दिल्ली पुलिस को मौके से इजरायली दूतावास के नाम लिखा एक धमकी भरा पत्र मिला है. साथ ही सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध भी नजर आए हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक कल इजराइली एंबेसी की सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद दो संदिग्ध नजर आए हैं. संदेह है कि इन्होंने ही धमकी भरे पत्र रखे हैं. पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दोनों संदिग्ध वहां कैसे पहुंचे और उन्होंने कौन सा रास्ता अपनाया. किस तरफ से आए थे और किस तरफ गए हैं. यह देखा जा रहा है ताकि इनकी पहचान सुनिश्चित की जा सके. हालांकि वे कौन लोग थे, कहां से आए थे और किस तरफ गए हैं, इस बारे में पुलिस ने कुछ भी नहीं बताया है.
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस को सबसे पहले मंगलवार शाम करीब 5.45 बजे दूतावास के पीछे विस्फोट के बारे में कॉल मिली. सूचना इदरायली एंबेसी के सुरक्षा गार्ड ने दी थी कि उसने 100 मीटर तक धमाके की आवाज सुनी थी. सूचना के बाद बाद जिला स्टाफ, स्पेशल सेल, दिल्ली फायर सर्विसेज व केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए थे.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मौके से या आसपास आग या विस्फोट का कोई संकेत नहीं है. अधिकारियों ने बताया कि बम स्क्वाड और डॉग स्क्वाड को मौके पर बुलाया गया था.
पुलिस के वरिष्ठ सूत्रों ने बताया कि पुलिस को इजरायली राजदूत को लिखा गया एक पत्र मिला है. सूत्रों ने बताया कि यह पत्र टाइप किया हुआ है और काफी अपमानजनक है. फायर विभाग के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा, अभी तक कुछ नहीं मिला है. हमारी टीमें जांच कर रही हैं. पुलिस सूत्रों का कहना है कि अंग्रेजी में लिखे इस पत्र को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है.
आपको बता दें कि जनवरी 2021 में इजरायली एंबेसी के पास एक कम तीव्रता का विस्फोट हुआ था. दिल्ली पुलिस की एक टीम को घटनास्थल पर इजरायली दूतावास के राजदूत को संबोधित एक पत्र भी मिला था. उस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल से लेकर एनआईए को सौंप दी गई, जिसे अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है.