छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ में राजिम कुंभ कल्प के आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. बता दें कि राजिम कुंभ कल्प का शुभारंभ 24 फरवरी से होने वाला है, जो 8 मार्च तक चलेगा. इस भव्य आयोजन में हरिद्वार, काशी, मथुरा, अयोध्या, चित्रकुट समेत देशभर के कई स्थानों से साधु-संत, पीठाधीश्वर, मठाधीश, महात्मा और शंकराचार्य शामिल होने वाले हैं.
छत्तीसगढ़ के प्रयागराज राजिम में धर्म, अध्यात्म, परम्पराओं और संस्कृति का संगम राजिम कुम्भ कल्प का आगाज 24 फरवरी से त्रिवेणी संगम में होगा, जो 15 दिन महाशिवरात्रि 8 मार्च तक चलेगा. कुंभ में देशभर से हजारों की संख्या में साधु संत, लाखों की संख्या में देश और विदेश से लोग पहुंचेंगे और आस्था की डुबकी लगाएंगे. शासन और प्रशासन कुंभ को ऐतिहासिक बनाने की पूरी तैयारी में जुटी हुई है.
बता दें कि 2005 में भाजपा शासन काल में राजिम कुंभ शुरू हुआ था.
2018 में सरकार बदली तो नाम भी बदल गया. राजिम कुम्भ कल्प से कांग्रेस शासन में नाम राजिम माघी पुन्नी मेला रखा गया. 5 साल बाद फिर सत्ता में भाजपा आई तो फिर नाम राजिम कुम्भ कल्प रखा गया राजिम कुंभ कई मायनों में बेहद खास है. सरकार द्वारा आयोजित इस कुंभ कल्प में देश भर से जहां लोग पहुंचते हैं तो वहीं विदेश से भी बड़ी संख्या में पर्यटक इस भव्य आयोजन में शामिल होते हैं.
इस बार देश के कोने-कोने से आने वाले हजारों साधु संत, शंकराचार्य, महामंडलेश्वर और नागा साधु कुंभ की शोभा बढ़ाएंगे. इनके रखने की व्यवस्था सरकार करती है. इसके अलावा पहली बार पंडित प्रदीप मिश्रा, बागेश्वर धाम से धीरेंद्र शास्त्री भी कुंभ में शामिल होंगे.
त्रिवेणी संगम में तीन महत्तपूर्ण स्नान की मान्यता है.
पहला माघ पुन्नी स्नान. इसमें श्रद्धालु सुबह 3 बजे से स्नान करने पहुंच जाते हैं. दूसरा 4 मार्च को जानकी जयंती पर स्नान और तीसरा 8 मार्च को महाशिवरात्रि पर शाही स्नान होता है. 3 मार्च से 8 मार्च तक संत समागम का आयोजन होता है, जहां देशभर से आए साधु संत, महामंडलेश्वर , शंकराचार्य मुख्य उद्बोधन करते हैं जिसे सुनने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. कुंभ मेले में इस बार 30 लाख से भी ज्यादा लोग आने का अनुमान है. इसे लेकर प्रशासन ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है.
त्रिवेणी संगम में भव्य मुख्य मंच बनाया जा रहा हैं जो 15 दिनों तक आकर्षण का केंद्र होगा.
इस मंच में जनप्रतिनिधि अपनी बात रखेंगे. संत समागम होगा. साधु संत उद्बोधन करेंगे. प्रदेश और देश के कई बड़े कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे. कुंभ कल्प मेले में लाखों लोग पहुचेंगे तो सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम में पुलिस अभी से मुस्तैद है. सैकड़ों सीसीटीवी कैमरा, चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल, गोताखोर और कई स्थानों में पुलिस सहायता केंद्र बनाया गया है. कुम्भ कल्प में आस्था की डुबकी लगाने के बाद लोगों के लिए मेला स्थल में मनोरंजन का भी विशेष इंतजाम है. मीणा बाजार में देश का सबसे बड़ा कोलंबो झूला लग रहा है. यह लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहेंगे.
त्रिवेणी संगम में 15 दिनों तक महानदी आरती के लिए घाट तैयार किया जा रहा है.
मेला स्थल में पार्किंग व्यवस्था, पेजयजल, चौड़ी सड़क और तीन महत्वपूर्ण स्नान के लिए विशेष कुंड बनाया जा रहा है. राजिव लोचन मंदिर से लेकर कुलेश्वर महादेव मंदिर और पूरे राजिम शहर को सजाया जा रहा है. 24 फरवरी से इस ऐतिहासिक राजिम कुंभ कल्प का शानदार आगाज होगा.