मुंबई : जन्म और मृत्यु इंसान के जीवन के सबसे बड़े संस्कार हैं. इन दोनों के अलावा एक और महत्वपूर्ण संस्कार है शादी. जन्म और मृत्यु इंसान के हाथ में नहीं है, मगर जब बात आती है शादी की तो हर लड़का-लड़की अपनी मर्जी से सोच-विचार करके ही फैसला लेता है. इस नए रिश्ते को जोड़ने से पहले लड़का और लड़की के अलावा दोनों तरफ के परिवार पूरी तरह शामिल रहते हैं. दोनों परिवारों के अलावा एक व्यक्ति और भी मौजूद रहता है, जिसके बिना शादी हो ही नहीं सकती. उस व्यक्ति को बिचौलिया कहा जाता है. भारतीय समाज में बिचौलिया ही लड़के और लड़की के परिवारों को मिलवाता है और दोनों पक्षों को संतुष्ट करने का काम करता है. आमतौर पर पंडित या कोई अन्य रिश्तेदार बिचौलिये की भूमिका अदा करता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं भारत का सबसे बड़ा बिचौलिया कौन है, जो अब तक 5 करोड़ शादियां करवा चुका है. इसी काम से इस शख्स ने इतना पैसा जोड़ लिया है कि कई बड़ी कंपनियों में हिस्सेदारी खरीद ली है. जलवा ऐसा है कि इन दिनों टेलीविजन पर भी दिखता है, बड़ी-बड़ी गाड़ियों में चलता है, और नए बिजनेसमैन या उद्यमी उनकी कृपा चाहते हैं. उनकी अपनी कंपनी की वैल्यूएशन 2,500 करोड़ रुपये आंकी जाती है.
यदि आप अभी तक नहीं समझ पाए है कि ये शख्स कौन है, तो चलिए हम बताते हैं. उस शख्स का नाम अनुपम मित्तल है. शादी डॉट कॉम के फाउंडर अनुपम मित्तल. इन दिनों शार्क टैंक इंडिया में बतौर जज बैठते हैं. नया बिजनेस शुरू करने वाले चाहते हैं कि वे उनकी कंपनी में पैसा लगाएं और मार्गदर्शन करें. शादी डॉट कॉम पर दावा किया जाता है कि अब तक 5 करोड़ रिश्ते जोड़ चुके हैं. कहा जा सकता है कि दुनिया में, कम से कम भारत में तो उनसे बड़ा दूसरा कोई बिचौलिया नहीं है. उनकी सफलता की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है.
बई में पैदा हुए अनुपम मित्तल ने जय हिंद कॉलेज से अपनी शुरुआती पढ़ाई की. यूनाइडेट स्टेटस के बॉस्टन कॉलेज से ऑपरेशंस एंड स्ट्रैटेजिक मैनेजमेंट में एमबीए किया. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने अमेरिका में ही एक प्रोडक्ट मैनेजर की नौकरी पकड़ ली. यह नौकरी ज्यादा नहीं चली और वे अमेरिका छोड़ भारत आ गए. भारत लौटने के बाद उन्होंने अपने पिताजी के ऑफिस में वेब डेवलपमेंट का काम करना शुरू किया. इस समय अनुपम की उम्र 25 वर्ष की थी.
पिता के ऑफिस में काम करते हुए अनुपम मित्तल एक ट्रेडिशनल बिचौलिया की नजरों में चढ़ गए. उस बिचौलिये ने अनुपम को ही अपने ग्राहकों के सामने पेश करना शुरू कर दिया. बस यही वह वक्त था, जब अनुपम को इस बात का अहसास हुआ कि यह एक बिखरा हुआ सा धंधा है. लोगों के पास बहुत ज्यादा विकल्प नहीं होते. जो कुछ मौजूद होते हैं, उन्हीं में से एक को चुनना पड़ता है. लोगों को चॉइस देने के लिए उन्होंने 1996 में सगाई डॉट कॉम (Sagaai.com) नामक वेबसाइट शुरू की.